अन्न योजना: कोरोना महामारी से लड़ाई में आम लोगों के लिए केंद्र सरकार गरीबी रेखा से नीचे जीवन व्यतीत करने वाले व्यक्ति और उनके परिवार के लिए कई सारी योजनाएं चला रही है। ताकि उनके और उनके परिवार को कोरोना से बचने के लिए मदद मिल सके और उनके जीवन स्तर में सुधार आ सके। जिन योजनाओं में से एक अंत्योदय अन्न योजना है। इस योजना के अंतर्गत देश में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले व्यक्तियों और उनके परिवार को कम पैसों में पूरे महीने का राशन उपलब्ध कराने के लिए सरकारी कार्य कर रही है। योजना के अंतर्गत शहरी, ग्रामीण के ऐसे लोग जो गरीबी रेखा के नीचे आते हैं और उनके परिवार की वार्षिक आय 150000 या इससे कम है सरकार उनको पूरे महिने की राशन उपलब्ध कराएंगी और वो भी मुफ़्त में। अब इस अंत्योदय अन्न योजना के अंतर्गत सरकार द्वार विकलांग व्यक्तियों को भी लाभार्थी बनाया जा रहा है। योजना के अंतर्गत पहले 25 किलो राशन हर महीने प्रदान किया जाता था मगर अब इसे बढ़ा दिया गया है। जिसके बाद अब सरकार द्वारा योजना के लाभुकों को 35 किलो तक कि मुफ़्त राशन प्रदान किया जाएगा।अंत्योदय अन्न योजना से जुड़े दिव्यांगों को भी 35 किलो अनाज प्रति माह मिल सकेगा।इस योजना के लाभुक और राशनकार्ड की प्राथमिकता वाले परिवार ही योजना के लाभ उठा पाएंगे। जिसके लिए राशनकार्ड के अंतर्गत कौन लाभार्थी होंगे इसकी जवाबदेही राज्य सरकार पर है। और वो ही तय करेगी कि मापदंडों के हिसाब से कौन योजना के असली हकदार है और कौन नहीं जिसके बाद योजना का लाभ लाभुक तक पहुंचाया जाएगा। इस योजना का लाभ सिर्फ ऐसे लोगों को मिल सकेगा जो अंत्योदय कार्ड धारक और दिव्यांग व्यक्तियों के श्रेणी में आते हैं। उनको योजना का लाभ प्रदान किया जायेगा।इसके लाभार्थी को प्रति माह सस्ती कीमत पर महिने भर का खाद्य सामग्री प्रदान किया जाएंगा। इस योजना के तहत हरेक लाभार्थी को 35 किलोग्राम गेहूं 2 रुपये प्रति किलोग्राम तथा 3 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से धान प्रदान किया जाएंगा। यह अन्न योजना मुख्य रूप से गरीबी रेखा से नीचे आने वाले लोगों के लिए आरक्षित है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के ऐसे गरीब परिवार को इस योजना का लाभ प्रदान किया जाए जो तय मापदंडों को पूरा करते हैं। योजना के लिए चुने गए आवेदक के परिवार को “अन्त्योदय राशन कार्ड” मान्यता प्राप्त करने के लिए अद्वितीय कोटा कार्ड भी प्रदान किया जाएंगा। राज्यों के भीतर TPDS के अंतर्गत आने वाले BPL परिवारों की संख्या और गरीब परिवारों की संख्या में कुल एक करोड़ गरीबों की पहचान शामिल है, जिन्हें 2 रु / – प्रति किलो की अत्यधिक रियायती दर पर खाद्यान्न उपलब्ध कराई जाएगी। तात्कालिक केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान जी ने योजना के शुरुआत करते हुए कहा था कि अंत्योदय अन्न योजना, राशन कार्ड धारक परिवार में दोनों कार्डों के साथ और राशन कार्ड के अंतर्गत कौन लाभार्थी होंगे इसकी जवाबदेही राज्य सरकार पर है। जो राज्य सरकार तय करेगी। इस योजना के बाद से गरीब परिवारों के 2.50 करोड़ गरीब लोगों को कवर करने के लिए तथा उन्हें लाभ पहुंचाने के लिए योजना का बिस्तार किया गया है।
योजना के अनुसार ऐसे परिवार जो इस योजना के लाभुक है उनकी पहचान करने के लिए अपनाए गए मापदंड।
- योजना के अनुसार ऐसे भूमि हीन किसान, कृषि मजदूर, सीमांत किसान, ग्रामीण शिल्पकार ,और कारीगर जिसमें कुम्हार, चमड़ा कारीगर, बुनकर, लोहार, और बढ़ई, इसके साथ-साथ झुग्गी में रहने वाले अनौपचारीक क्षेत्र या दैनिक आधार पर कार्य करने वाले व्यक्ति ,जिसके अंतर्गत दरबान, कुली, रिक्शा चालक, रेहड़ी वाले, फल-फूल वाले, सपेरे, कूड़ा उठाने वाले मजदूर , मोची, बेसहारा लोगों के साथ साथ ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों के अन्य श्रेणियों में आने वाले लोग लोग शामिल है।
- विधवाओं या बीमार व्यक्ति,विकलांग और 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के ऐसे व्यक्ति जिनके पास निर्वाह करने के लिए आवश्यक चीजों की कमी अथवा किसी प्रकार की सामाजिक सहायता के लिए कोई सुनिश्चित साधन नहीं हो।
- इसके साथ साथ ऐसे विधवा या बीमार व्यक्ति के साथ-साथ विकलांग व्यक्ति और 60 साल से अधिक उम्र के व्यक्ति जिनके पास निर्वाह करने के लिए अथवा सामाजिक सहायता के लिए किसी प्रकार का कोई भी सुनिश्चित साधन न हो।
इस अंत्योदय अन्न योजना के ग्रामीण क्षेत्र के लाभार्थी।
- ऐसे परिवार जिनकी आय ₹15000 तक की वार्षिक आमदनी हो।
- ऐसे लोग जो वृद्धावस्था पेंशन धारी है
- गाँव के छोटे और सीमांत किसान
- भूमिहीन खेतिहर मजदूर ,जिनके पास खुद की जमीन नहीं है ।
- ऐसे व्यक्ति जो शारीरिक रूप से विकलांग है।
- ऐसी औरत जो निरीक्षक विधवा है।
- ऐसे कारीगर या शिल्पकार जो कुम्हार बुनकर, लोहार, बढ़ाई आदि हैं और गाँव के झुग्गीवासी।
अंत्योदय अन्न योजना के शहरी क्षेत्र के लाभार्थी
- ऐसे परिवार जिनकी आमदनी ₹15000 तक की वार्षिक आय है।
- झुग्गियों में रहने वाले मजदूर।
- दिहाड़ी मजदूर।
- फुटपाथ के बगल में फल और फूल बेचने वाले विक्रेता।
- घरों में काम करने वाले नौकर।
- सड़क, मकान निर्माण श्रमिक।
- विधवा या विकलांग व्यक्ति।
- स्नेक चार्मर
- रैग पिकर
- कॉबलर
अन्त्योदय अन्न योजना 2022 के दस्तावेज़ ।
- आवेदन करने वाला गरीबी रेखा से नीचे या इसके अलावा ग़रीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाला होना चाहिए।
- आवेदन करने वाला, किसी नामित प्राधिकारी द्वारा होना चाहिए जो पदाधिकारी द्वारा जारी अन्त्योदय राशन कार्ड के लिए चयनित होना चाहिए।
- आधार कार्ड होना चाहिए।
- निवास प्रमाण पत्र होना चाहिए।
- पहचान प्रमाण पत्र होना चाहिए।
- संबंधित पटवारी द्वारा जारी किया लाभार्थी का आय प्रमाण पत्र होना चाहिए।
- आवेदन करने वाले के इस आशय का एक हलफनामा होना चाहिए कि उसने पहले से कोई राशन कार्ड धारण नहीं किया है।
- मोबाइल नंबर होना चाहिए।
- पासपोर्ट साइज फोटो कॉपी।
अन्त्योदय अन्न योजना 2022 में आवेदन कैसे करे ?
ऐसे व्यक्ति जो इस योजना का लाभ उठाने का सोच रहा हो या अन्त्योदय अन्न योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन करना चाहते है । उसे अपने क्षेत्र के खाद्य आपूर्ति विभाग में जाकर आवेदन कराना होता है, या फिर वो ऑनलाइन आवेदन कर सकते है। जिसके लिए सबसे पहले आपको खाद्य आपूर्ति विभाग में जाकर अंत्योदय अन्न योजना के आवेदन के लिए आवेदन फॉर्म प्राप्त करना होगा। जिसके बाद आवेदन फॉर्म लेने के बाद उसमे पूछी गयी सभी जानकारी जैसे की नाम, पता ,आय का विवरण, मोबाइल नंबर आदि भरनी होती है। सभी जानकारी भरने के बाद आवेदन फॉर्म के लिए जरूरी सभी दस्तावेज़ों को अटैच करना पड़ता है। इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करते हैं। फिर इसके बाद आपके द्वारा जमा की आवेदन फॉर्म की जांच की जाती है। जिसमें विभाग के अधिकारी द्वारा जाँच के आधार यह निर्णय लिया जाता है की वो योजना के लाभ प्राप्त करने के लिए योग्य है भी या नहीं। योजना के अंतर्गत आवेदन करने के कुछ समय बाद आप अपने आवेदन की स्थिति और उसके लाभार्थीयों में अपने नाम की जांच कर सकते है और फ़िर कुछ समय के अंतराल पर इस योजना का लाभ उठा सकते हैं अगर आप इसके तय मापदंडों पर खड़े होते हैं।
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